Post Office Time Deposit से कहीं बेहतर है ये स्कीम, बेहतर रिटर्न के साथ मिलते हैं टैक्स बेनिफिट्स
Post Office Time Deposit की बजाय नेशनल सेविंग्स सटिफिकेट यानी NSC में निवेश करें. NSC में आपको पांच साल के टाइम डिपॉजिट की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलेगा, साथ ही टैक्स बेनिफिट्स भी मिलेंगे.
बैंक की तरह ही आरडी और एफडी की स्कीम्स पोस्ट ऑफिस में भी चलाई जाती हैं. पोस्ट ऑफिस की FD स्कीम को टाइम डिपॉजिट स्कीम (Post Office Time Deposit Scheme) कहा जाता है. आमतौर पर बैंक की तुलना में पोस्ट ऑफिस स्कीम्स में बेहतर रिटर्न मिलता है, इसलिए तमाम लोग अपनी आरडी या एफडी पोस्ट ऑफिस में करवाना पसंद करते हैं.
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम के तहत 1, 2, 3 या 5 साल के जमा की सुविधा मिलती है. अगर आप अपने पैसों को पांच साल के लिए पोस्ट ऑफिस में फिक्स कराने के बारे में सोच रहे हैं, तो इसकी बजाय नेशनल सेविंग्स सटिफिकेट यानी NSC में निवेश करें. NSC में आपको पांच साल के टाइम डिपॉजिट की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलेगा, साथ ही टैक्स बेनिफिट्स भी मिलेंगे. जानिए इसके बारे में.
एनएससी क्यों बेहतर है?
पोस्ट ऑफिस के टाइम डिपॉजिट में अगर आप 5 साल के लिए निवेश करते हैं, तो आपको 6.7 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलेगा. जबकि NSC में आपको 6.8% फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलेगा. आपको एनएससी में कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. ब्याज की कम्पाउंडिंग सालाना आधार पर होती है. हालांकि रकम का भुगतान आपको मैच्योरिटी पर होता है.
ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव का असर नहीं
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NSC सर्टिफिकेट आप जिस तारीख में खरीदेंगे, आपको उसी दिन के हिसाब से 5 साल के लिए ब्याज दर मिलेगी. इस बीच अगर सरकार की तरफ से ब्याज दरों को बढ़ाया जाता है या कटौती की जाती है, तो उसका असर आपके NSC अकाउंट पर नहीं पड़ता है. मान लीजिए कि आपने कोई एनएससी 8 नवंबर को खरीदा है और वर्तमान में इस पर 6.8% का ब्याज लग रहा है, तो पांच साल बाद तक आपको 6.8% फीसदी के हिसाब से ही ब्याज मिलेगा.
टैक्स छूट का फायदा
NSC में जमा की गई रकम पर Section 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है यानी हर साल 1.50 लाख रुपए तक की जमा पर टैक्स छूट ले सकते हैं. लेकिन ये छूट Section 80 C वाले सभी तरह के निवेशों को मिलाकर दी जाती है. NSC पर जो ब्याज बनता है, वो हर साल आपको नहीं मिलता, बल्कि एनएससी अकाउंट में ही जमा हो जाता है. ऐसे में ब्याज के उस पैसे को ही अगले साल की जमा के रूप में मान लिया जाता है और उस पर भी टैक्स में छूट का फायदा मिलता है. लेकिन NSC को भुनाने पर जो रकम आपको मिलती है, उस पर TDS तो नहीं कटता, लेकिन वो रकम Taxable Income में शामिल होती है और उस पर Tax Slab के हिसाब से टैक्स की गणना होती है.
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एनएससी कौन खरीद सकता है?
बैंक या Post Office की शाखा से आप एनएससी खरीद सकते हैं. एनएससी अकाउंट बच्चे और बड़े कोई भी खुलवा सकता है. बच्चे के नाम पर भी उसके माता-पिता या अभिभावक की ओर से NSC खरीदे जा सकते हैं, वहीं 10 साल से ऊपर का बच्चा खुद भी अपने नाम NSC खरीद सकता है. दो से तीन लोग मिलकर जॉइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं. NSC में मिनिमम 1000 रुपये का निवेश करना है. उसके बाद 100 के मल्टीपल में सर्टिफिकेट खरीद सकते हैं. इसमें निवेश करने की कोई सीमा नहीं है. इस स्कीम में निवेश किए गए पैसों को 5 साल के पहले विड्रॉल नहीं कर सकते हैं. इसकी छूट कुछ विशेष परिस्थितियों में ही दी गई है
04:50 PM IST